शुक्रवार, 1 अक्तूबर 2010

इस दुनिया में हर इंसान परेशान है और सोंचता है कि दूसरा यह समझे कि वह परेशान है।
१३.०९.२०१०

स्त्री चाहे तो किसी पुरुष को इंसान बना सकती है और चाहे तो जानवर । लेकिन अफ़सोस ज्यादातर स्त्रियाँ पुरुषों को जानवर बनाकर ही छोडती हैं; खासकर तब जब सामने वाला उनके सामने याचक की मुद्रा में होता है। 22.०९.२०१०


कभी न ख़त्म होने वाला जुडाव अक्सर वहां शुरु होता है जहाँ रिश्ता ख़त्म हो जाता है।
१७.०४.२०१०


जो लोगों से झूठ बोलते हैं , वह अपने आप से भी सच नहीं बोल पाते ।
२८.०४.२०१०


लोग सामने वाले पर विश्वास करने से डरते हैं कि कहीं वह उन्हें धोखा न दे दे लेकिन मुझे dar नहीं लगता क्योंकि खोने के लिए मेरे पास कुछ है ही नहीं। ०४.०९.२०१०